मोतिहारी। प्लूरल्स पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना कुशवाहा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बिहार में बढ़ते अपराध और कोरोना प्रसार के लिए सरकार की नीतियों एवं रवैया को गलत ठहराया है। इसके साथ ही साथ उन्होंने बेरोजगारी शराबबंदी सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
श्री कुशवाहा अपने प्रेस विज्ञप्ति में कहते हैं कि बिहार की भूमि जो कि सम्पूर्ण देश की रीढ़ है, आज कोरोना जैसे संक्रमण से कमजोर होती जा रही है, ओर इसके लिए केंद्र के साथ राज्य में गठबंधन की सरकार भी जिम्मेदार है।
मुख्यमंत्री के चुनावी वादे को याद करते हुए श्री मुन्ना कहते हैं कि बिहार की जनता को याद होगा जब चुनाव था तो हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़े-बड़े वादे किए, क्या हुआ मुख्यमंत्री का वादा….?
वहीं दूसरी और प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना कुमार ने चुनाव के पहले के लॉकडाउन के कारण सैकड़ों की संख्या में बिहार आने वाले प्रवासी बिहारियों की ओर इशारा करते हुए कहा है कि चुनाव से पहले के लॉकडाउन में बिहार से बाहर रह कर दिहाड़ी पर अपना जीवन यापन करने वाले हमारे बिहारी भाई, जब बिहार के लिए घर वापसी कर रहे थे, सरकार उनकी सहायता नही कर रही थी, सिर्फ हाथ पर हाथ रखे कोरोना के नाम पर धन उगाही करने में लगी थी। कोरोना के नाम पर करोड़ों का घोटाला हो गया, पर हमारे मजदूर भाइयों को बिहार मे रोजगार नही मिल पाया। हालात ये हुई कि फिर से हमारे मजदूर भाइयों को जीवन यापन के लिए दूसरे शहरों में जाने पर मजबूर होना पड़ा।
वर्तमान परिस्थिति की ओर इशारा करते हुए श्री मुन्ना कहते हैं कि अभी के हालात देखते हुए लगता है कि फिर से हमारे बिहार वासियों को वही दिन न देखना पड़े, जो पिछले साल लॉकडाउन हुई थी।
आम आदमी के आर्थिक परिस्थितियों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रदेश प्रवक्ता कहते हैं कि आज जब आप सड़को पर निकलते है तो वही डर लोगो के चेहरे पर दिखता है, लोगो पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है, जो लोग अपना दैनिक जीवन, दैनिक दिहाड़ी से चलाते थे, उनमे डर बना हुआ है कि जाने कब लॉकडाउन लग जाये…! इतना ही नहीं प्राइवेट कोचिंग संस्थानों के संचालक, प्राइवेट स्कूलों संस्थानों के संचालक, रेस्टोरेंट, होटल, कपड़ो की दुकान, हर कोई आज डरा हुआ है, सरकार सिर्फ कोरोना गाइड लाइन को सख्ती से पालन करने को तो बोल रही है, पर इससे जो आम जनता पर बोझ बढ़ता जा रहा है। उसके लिए कोई ठोस कदम सरकार नही उठा रही है।
शराबबंदी पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए प्रदेश प्रवक्ता कहते हैं कि बिहार सरकार की शराब बंदी कानून ने एक नया मोड़ लेकर शराब माफियाओं को जन्म दिया है। वे संदेह जाहिर करते हुए कहते हैं कि आगे पता नही किन-किन माफियाओं को बिहार सरकार अपने गलत नीतियों से बिहार में अपराध को एक नया आयाम देगी।