नकुल कुमार/पूर्वी चम्पारण
पूर्वी चम्पारण। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा नवप्रवेशित विद्यार्थियों के उन्मुखीकरण व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में ‘हिंदी भाषा और मीडिया का विकास’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने की व संयोजन डॉ. साकेत रमण ने किया.
स्वागत उद्बोधन देते हुए संयोजक डॉ.साकेत रमण ने हिंदी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विषय प्रवर्तन किया तथा अपने उद्बोधन की शुरुआत भारतेंदु हरिश्चंद्र के काव्यपाठ से की.
इस दौरान नवागंतुक विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया के क्षेत्र में साकारात्मकता लाने की जिम्मेदारी युवा पत्रकारों पर ही है. साथ ही उन्होंने मीडिया की बदलती भाषा पर भी अपने विचार रखा.
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने कहा कि मीडिया में भाषा की गुणवत्ता का महत्व अधिक है. कहा कि विद्यार्थी नैतिकता को आधार बनाकर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हों.
बताया कि मीडिया के विद्यार्थियों को राजनीति से दूर रह कर अपने पत्रकारिता धर्म का पालन करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए.
विभाग में सहायक आचार्य डॉ. परमात्मा कुमार मिश्रा ने मूल्य शिक्षा के बारे में बात की और छात्रों को चुनौतियों का सामना करने के बावजूद आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. कहा नव मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच हिंदी का स्तर लगातार गिरते जा रहा है.
हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है और इसके वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में मीडिया के विद्यार्थियों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी. साथ ही उन्होंने नवागंतुक विद्यार्थियों को शुभकामनाएं भी दी
सहायक आचार्य डॉ. सुनील दीपक घोड़के ने हिन्दी दिवस की उत्पत्ति और महत्व पर प्रकाश डाला और नई शिक्षा नीति तथा विश्वविद्यालय के नियमों और विनियमों के बारे में बताया.
उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से हिंदी सहित स्थानीय भाषाओं को आगे बढ़ाने में सहायता मिलेगी.
वहीं विभाग की सहायक आचार्य डॉ. उमा यादव ने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है.
हिंदी दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में विभाग के बीजेएमसी एवं एमजेएमसी के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया.
एमएजेएमसी द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा आयुषी दास और आराध्या सिंह ने की. धन्यवाद ज्ञापन अजय कुमार ने किया. एमजे द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा देबाश्री का योगदान सराहनीय था.