NTC NEWS MEDIA 
डॉ०नामवर सिंह हिंदी आलोचना के स्टेट्स मै
जर्नलिस्ट वेलफेयर सोसायटी मोतिहारी पूर्वी चंपारण द्वारा पत्रकार भवन में आज डॉ०नामवर सिंह के निधन पर एक श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन सोसाइटी के अध्यक्ष संजय ठाकुर की अध्यक्षता में किया गया।
श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि पुलवामा में आतंकवादी हमले में वीर सैनिकों की शहादत से पूरा देश मर्माहत है इसी बीच हिंदी के प्रख्यात आलोचक डॉ०नामवर सिंह के देहावसान का दुखद समाचार मिला। हिंदी साहित्य और आलोचना के शलाका पुरुष नामवर जी का चले जाना एक अपूर्णीय क्षति है।
हिंदुस्तान के कार्यालय प्रभारी सतीशचंद मिश्र ने श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि पिछले दिनों हिंदी कथा साहित्य की महान लेखिका कृष्णा सोबती हम से बिछड़ गईं और अब डॉ०नामवर सिंह चले गए। पंडित रामचंद्र शुक्ल के बाद इतना बड़ा आलोचक हिंदी साहित्य में दूसरा कोई नहीं हुआ। श्री मिश्र ने नामवर सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए उनके संघर्षों और सृजन कर्म बताते हुए कहा कि बकौल नामवर सिंह जीवन यात्रा में पीछे मुड़ कर देखने का कोई औचित्य नहीं है।
वरीय पत्रकार चंद्रभूषण पांडेय ने श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि हिंदी साहित्य और समालोचना में नामवर सिंह का योगदान इतना बड़ा है कि बिना उसकी चर्चा किया हिंदी साहित्य और समालोचना का इतिहास अधूरा है।
युवा शायर और नगर पार्षद गुलरेज़ शहज़ाद ने कहा कि नामवर सिंह हिंदी आलोचना के वाचिक परंपरा के सृजनधर्मी थे।प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा के जिस शिखर पर नामवर जी दिखते हैं वह अज्ञेय के बाद कोई दूसरा नहीं दिखता।
समाजसेविका बिंटी शर्मा ने नामवर जी की कविता – नयन को घेर लेते घन,स्वयं में रह न पाता मन/ लहर से मूक अधरों पर,व्यथा बनती मधुर सिहरन…. के माध्यम से श्रद्धाजंलि अर्पित की।
संजय पांडेय ने श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने आलोचना के क्षेत्र में जो काम किया है वह अद्वितीय है।उन्होंने अपनी शर्तों पर जीवन जिया कभी समझौता नहीं किया।
ब्रजेश मिश्रा ने कहा कि हिंदी में कोई दूसरा नामवर पैदा नहीं होगा।हिंदी समालोचना की दुनिया में जो रिक्तता आई है वह भरी नहीं जा सकती।नामवर जी ने नागफनी के जैसी जिंदगी गुज़री लेकिन कभी विचलित नहीं हुए बल्कि निरंतर संघर्ष करते रहे।इस अवसर पर राकेश कुमार,कैलाश गुप्ता,रवीश मिश्रा,अमित कुमार,गिरीश मिश्र,अरुण सिंह,सचिन पांडेय,शैलेंद्र मिश्र बाबा और समाजसेवी मनोज कुमार ने अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। धन्यवाद ज्ञापन जर्नलिस्ट वेलफेयर सोसाइटी के सचिव अरुण तिवारी ने किया।