लक्ष्मी नारायण दुबे महाविद्यालय, मोतिहारी के एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर दुर्गेश मणि तिवारी ने बताएं की भारत सरकार के युवा एबं खेल मंत्रालय के निर्देश पर हो रहे हैं एनएसएस समर इंटरशिप 2.0 स्वच्छता के 50 घंटे कार्यक्रम जिसके तहत आज कार्यक्रम के छठे दिन एनएसएस वॉलिंटियर के द्वारा सदर हॉस्पिटल, गांधी संग्रहालय, नरसिंह बाबा मठ परिसर एवं आसपास का इलाकों में स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान चलाया गया।
एनएसएस टीम का नेतृत्व कर रहे टीम लीडर रविकांत पांडेय ने बताया कि आज एनएसएस वॉलिंटियर्स के द्वारा सदर हॉस्पिटल में आए हुए लोगों को स्वक्षता, शिक्षा एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां दी गई एवं उपस्थित मरीजों की देखरेख की गई और कुछ खाद्य सामग्री वितरण किया गया।
इसके अलावा गांधी संग्रहालय में वोलंटियर के द्वारा अपने श्रमदान के माध्यम से साफ सफाई किया गया एवं आए हुए पर्यटकों के साथ स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की अपील की गई।
नरसिंह बाबा मठ परिसर में उपस्थित खेल रहे युवा एवं सेल्फ स्टडी कर रही यूवाओं के बीच एनएसएस वालेंटियर के द्वारा सभी लोगों को स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के अपील किया गया।
आज के जागरूकता अभियान में दुकानदार एवं आम लोगों को पालीथिन उपयोग नहीं करने के अपील की साथ साथ कपड़ा का झोला उपयोग करने के लिए प्रेरित की गई एबं पॉलिथीन उपयोग से होने वाले पर्यावरण में नुकसान के बारे में जागरूक किया गया।
एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर दुर्गेश मणि तिवारी ने बताया कि पॉलीथिन का उपयोग रोकने के लिय एनएसएस के द्वारा विशेष अभियान चलाया जाया गा।
स्वक्षता के प्रति एलएनडी कॉलेज के एनएसएस वालंटियर द्वारा दिया गया संदेश–
1. घर के सभी सदस्यों को डस्टबीन का उपयोग करने को बाध्य करें.
2. किसी भी आयोजन के उपरांत ऐसी स्थिति पैदा ना होने दें कि आयोजन का कचरा वहीं पड़ा रहे.
3. पॉलीथिन का प्रयोग पूर्णतः वर्जित करें. उसकी जगह घर से स्वयं एक झोला लेकर निकलें।
4. हॉस्पिटल को साफ सुथरा रखें एवं हॉस्पिटल के नियम मान के चले जिससे कि मरीजों को परेशानी ना हो।
5. किसी भी पब्लिक प्लेस को एबं पर्यटक स्थल को साफ सुथरा रखें एवं लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करते रहें।
आज के अभियान में एनएसएस वालंटियर अंशु कुमारी, अभिसारिका कुमारी, अपूर्वा राज, विकास कुमार, अमन कुमार श्रीवास्तव, ऋतिक राज, अमन कुमार मिश्रा, रितेश राज, मोनू खान आदि मौजूद थे।